मंत्र जो आपको शीर्ष तक पहुँचा सकता है


 मंत्र जो आपको शीर्ष तक पहुँचा सकता है


सतत परिश्रम और लगन के बल पर किस तरह एक सामान्य व्यक्ति सफलता के शिखर पर पहुँच सकता है, इसे बखूबी चरितार्थ किया है  ने। सफलता की कहानी महत्वाकांक्षी युवा व्यक्ति के लिए प्रेरणास्त्रोत हो सकते हैं।

आत्म-सुधार के अचूक मंत्र हैं। किस प्रकार विजेता बनने का सफर तय होता है। मंत्र जो 
वह कुछ ऐसे हैं- 

अपने लिए एक बेहतर अवसर तलाशिए । 
बड़े सपने देखिए और उन्हें साकार करने के लिए कठिन श्रम से नाता जोड़िए।
विजेता बनने के लिए जरूरत तो बस अपने हुनर और नजरिए को सकारात्मक दिशा में मोड़ने की।
याद रखिए, सफलता हमेशा इच्छा से परिचालित होती है।
थोड़ी-सी मेहनत और थोड़ा बलिदान, आपको सफलता की ओर प्रवृत्त कर सकता है।
आपका वर्तमान महत्वपूर्ण है। 
अपनी योग्यताओं पर भरोसा रखना सीखना होगा।
परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है।
जो उम्मीद है, वह तभी साकार रूप ले सकती है जब आप केन्द्रित हों क्योंकि उद्देश्य ही सफलता का आधार है।.....


सफल व असफल व्यक्तियों के भेद में साहस व ज्ञान की कमी कारण नहीं बनते अपितु संकल्प शक्ति का अभाव ही उन्हें अलग लगता है। आपको अपने लक्ष्यों के प्रति संकल्पबद्ध होना होगा। चाहे लाख बाधाएं ही क्यों न आए। आपको इच्छित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए साहस एवं प्रेरणा जुटाने होंगे।  सफलता के पीछे अनेक अथक निद्राहीन रातों का इतिहास छिपा रहता है। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है।

प्रत्येक व्यक्ति सफलता चाहता है। एक प्रश्न आपको स्वयं से अवश्य पूछना चाहिए कि आप सफलता को किस तरह परिभाषित करते हैं। आपकी सफलता की परिभाषा क्या है ? प्रचुर मात्रा में धन, शक्ति, अधिकार, उपलब्धि, सन्तुष्टि, एक कथ्य जीवन, पहचान रोमांच या फिर एक सृजनधर्मा लेखक ? हो सकता है आप इनमें से सबको अथवा कुछ को चाहते हो, वास्तव में विभिन्न व्यक्तियों के लिए सफलता की विभिन्न परिभाषा हो सकती है। 

आप अपने जीवन में निश्चित नीतियों व आदर्शों को सम्मिलित कर शत-प्रतिशत सफलता पा सकते हैं।
आधुनिक कंप्यूटर युग की सबसे बड़ी देन यह है कि आपको नए सिरे से कोई भी अन्वेषण करने की आवश्यकता नहीं। आप अपने जन्म से बहुत पहले फिर नवीनतम अपनाई गई नीतियों व आदर्शों का अनुसरण कर, अपना प्राप्य पा सकते हैं।


नई पीढ़ी जो अपनी बाहों में पूरा संसार भर लेना चाहती है। सफर लंबा है मुश्किलें बहुत हैं,  यही मुश्किलें जब उसे निराशा के अथाह सागर में डुबो देती हैं तो किसी ना किसी मार्गदर्शक, सच्चे साथी अथवा अनुभवी का आश्रय लेना पड़ता है। 

जीवन कठिन चुनावों से भरा है। यदि दोनों वस्तुएं आपके लिए आनंददायी हो तो उनमें से एक का चुनाव कर पाना कठिन हो जाता है। एक बार निर्णय लेने के पश्चात् पीछे न हटें तथा परिणामों का डट कर मुकाबला करें। यदि आपने परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए श्रेष्ठ निर्णय लिया है तो अपने चुनाव के पक्ष में खड़े होने का साहस रखें। प्रत्येक विकल्प आपको आपकी काल्पनिक छवि के निकट लाता है। अपनी योग्यता पर संदेह कर, इस प्रक्रिया में बाधा न डालें।

यह जानने का प्रयास करें कि आप जीवन से क्या चाहते हैं तथा आप इसके लिए क्या कर सकते हैं ? सफलता प्राप्ति के लिए आप किन नीतियों का पालन करना चाहेंगे ? सफलता के पीछे कौन-सा रहस्य छिपा है ? स्वयं को प्रतिदिन तरोताजा रखें। जब भी लक्ष्य तक पहुंचने का कोई पड़ाव पूरा हो तो पीछे मुड़कर वहां अवश्य देखें जहां से आप चले थे। अपने स्वप्नों को साकार करने का विश्वास उत्पन्न करें। जब भी किसी संकट का सामना करना पड़े तो उसे सफलता प्राप्ति की प्रक्रिया का ही एक हिस्सा मानें। सफलता के प्रति सचेत रहें इस प्रकार आप सफलता के लिए पथ सुनिश्चित कर सकते हैं। यह प्रसन्नता की ओर आपका पहला कदम होगा यह कठोर भी हो सकता है। किसी एक राह को चुनते समय आपको दूसरी संभावनाओं को नकारना भी पड़ सकता है पर एक बार आगे बढ़कर कदम पीछे न हटाएं नि:संदेह यह पथ कठोर व कांटों से भरा होगा।

साहसी बनें व जीवन का सामना करें। कार्य के अतिरिक्त भार से छुटकारा पाना है तो कार्य करने का निरन्तर अभ्यास विकसित करें। काम के अतिरिक्त बोझ का दबाव आपकी शारीरिक क्षमता पर भी पड़ता है। बीती बातों पर रोने व स्वयं पर दया दिखाने में समय न नष्ट करें। ‘यदि ऐसा होता’ कल्पनाओं में कीमती समय न खोएं। अपने विश्वास व क्षमता पर अविश्वास व संदेह को हावी न होने दें। 

अधिकांश व्यक्ति अपने ही शत्रु होते हैं। कठोर आलोचनात्मक होने के नाते स्वयं को प्रसन्न करने व प्रोत्साहित करने की बजाय यही विश्वास दिलाते रहते हैं कि वे कभी भी सफल नहीं हो सकते। इसके बजाय आपको अपने आपसे मित्रवत् व्यवहार करना चाहिए था कुछ अच्छा कर लेने पर प्रशंसा भी देनी चाहिए।

कुछ लोगों की अपने विषय में राय कुछ अच्छी नहीं होती। इस स्थिति में सुधार लाने के लिए आपको छवि में सुधार लाना होगा। जांच करें कि आप अपने विषय में क्या सोचते हैं तथा आप स्वयं को नीचा दिखाने के लिए प्रयासरत क्यों हैं ? थोड़ा और गहराई में जाकर जानने का प्रयत्न करें कि आपकी ऐसी छवि क्यों बन गई जिसे आप स्वयं भी पसंद नहीं करते ? स्वयं से संबंधों में सुधार लाएं तथा मधुर संबंधों की पहल करें। अपने अतीत में हुई भूलों के लिए स्वयं को क्षमा देकर संबंधों की शुरूआत की जा सकती है। हम सबके व्यक्तित्व में कुछ ऐसा अवश्य होता है जिसे हम पसंद करते हैं। नि:संदेह आपके व्यक्तित्व में भी ऐसा कोई आकर्षण अवश्य होगा। आप वहीं से प्रारम्भ करें। स्मरण रहे, हम सबके जीवन का कोई न कोई उद्देश्य अथवा सार्थकता है। ईश्वर ने हमें इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए क्षमता प्रदान की है। जीवन की किसी भी घटना तथा किसी भी बड़े स्वप्नों को छोटा न मानें।

‘‘ आप और मैं पूर्णतया विशिष्ट बनने के लिए ही पैदा हुए हैं। यही प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का सार्थक उद्देश्य होना चाहिए।’’

‘‘जो व्यक्ति अपने ही रोमांचपूर्ण विचारों पर अमल करते हैं तथा नए विचारों पर शासन करते हैं, वे ही नए संसारों का अन्वेषण करते हैं। रोमांच बढ़ता है और नए अवसर सामने आते चले जाते हैं।’’

यह लेख एक मार्गदर्शक के रूप में आपको सफलता की राह दिखाते हुए सपने साकार करने में 
सहायक हो।

***SK

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