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प्रेरणा स्रोत -Inspiration Om-Namah Who’s awesome? You’re awesome! मेरा हर कर्म सेवा सेवा मतलब, ‘ उसकी तरह करना ’ | ‘ उसकी ’ अर्थात सृष्टि का निर्माता| वह आपके लिए सब कुछ करता है और बदले में आपसे कुछ भी नहीं चाहता| इसलिए, आपसे जितना हो सके, वो करना – और बदले में कुछ भी न चाहना – इसी को सेवा कहते हैं| ...
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Showing posts from September 13, 2015
उपलब्धि पर गर्व करने का कोई औचित्य नहीं, क्योंकि हम निमित्त मात्र होते हैं।No sense of pride, because we are mere sake.
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Be kind and generous. Learn to appreciate what you are given.
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It is important to always make an effort before giving up.
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