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प्रेरणा स्रोत -Inspiration Om-Namah Who’s awesome? You’re awesome! मेरा हर कर्म सेवा सेवा मतलब, ‘ उसकी तरह करना ’ | ‘ उसकी ’ अर्थात सृष्टि का निर्माता| वह आपके लिए सब कुछ करता है और बदले में आपसे कुछ भी नहीं चाहता| इसलिए, आपसे जितना हो सके, वो करना – और बदले में कुछ भी न चाहना – इसी को सेवा कहते हैं| ...
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Showing posts from April 12, 2015
अपने कृत्य में मनुष्य स्वतंत्र है या परतंत्र?
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